भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने का एक और शानदार अवसर आया है, जिसे जीपीटी हेल्थकेयर लिमिटेड के आईपीओ के रूप में जाना जाता है। यह आईपीओ उच्च वित्तीय मापदंडों के साथ आया है और निवेशकों के लिए एक रोचक विकल्प हो सकता है। यहां हम जीपीटी हेल्थकेयर के आईपीओ की पूरी जानकारी प्रस्तुत करेंगे, जिसमें इसके विविध पहलुओं, आंकड़ों और विचारों का विश्लेषण होगा।
IPO Details
जीपीटी हेल्थकेयर आईपीओ का कुल आकार लगभग ₹525.14 करोड़ है, जिसमें ₹40 करोड़ की नवीन भागीदारी है और ₹485.14 करोड़ की पुराने स्टॉक की बेचने की कोशिश है। इसका उद्देश्य व्यावसायिक लक्ष्यों के लिए पूंजी, और ऋण चुकाने के लिए नेट लाभ का उपयोग किया जाएगा।
GPT Healthcare IPO Subscription status
आईपीओ के अंतिम दिन, जीपीटी हेल्थकेयर आईपीओ की सदस्यता 8.52 गुना हो चुकी है, जैसा कि बीएसई डेटा के अनुसार है। रिटेल भाग की सदस्यता 2.44 गुना है, एनआईआई भाग 11.02 गुना है, और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स भाग 17.30 गुना है।
Gray Market Premium (GMP)
मौजूदा जीएमपी +9 है, जो ग्रे मार्केट में जीपीटी हेल्थकेयर शेयर मूल्य की एक प्रीमियम को दर्शाता है।
Expected Listing Price
मौजूदा जीएमपी के आधार पर, जीपीटी हेल्थकेयर आईपीओ की अपेक्षित लिस्टिंग मूल्य ₹195 प्रति शेयर हो सकती है, जो आईपीओ मूल्य ₹186 की तुलना में 4.84% अधिक है।
GPT Healthcare IPO Review
विभिन्न ब्रोकरेज हाउसों के अनुसार, जीपीटी हेल्थकेयर आईपीओ की समीक्षा में कई महत्वपूर्ण पारंपरिक संकेत हैं। स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड द्वारा की गई समीक्षा में कंपनी की पूंजी और चुनौतियों की चर्चा की गई है, जबकि मेहता इक्विटीज लिमिटेड द्वारा गई समीक्षा में कंपनी के उत्पादन, वित्तीय स्थिति और विनिवेश के बारे में चर्चा की गई है।
Tips for Investors
जीपीटी हेल्थकेयर के बारे में सभी आंकड़े और समीक्षा ध्यानपूर्वक विचार किए जाने के बाद, निवेशकों के लिए एक विचारशील निवेश का विकल्प हो सकता है। वे अपने निवेशकीय स्थिति और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए, निवेश की स्थिति को ध्यान में रखें। अधिक ध्यानपूर्वक अनुसंधान करें और वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें, इससे पहले किसी भी निवेश निर्णय को करने के लिए।
जीपीटी हेल्थकेयर आईपीओ एक रोचक निवेश का अवसर प्रस्तुत कर रहा है, लेकिन निवेशकों को सावधानी और संवेदनशीलता के साथ निवेश करना चाहिए। वे अपनी आर्थिक स्थिति, निवेश के लक्ष्य और अन्य प्राथमिकताओं का मूल्यांकन करें, और उसके बाद निवेश का निर्णय लें।