टेलीविजन इंडस्ट्री में एक प्रमुख चेहरे ऋतुराज सिंह का मंगलवार रात्रि को निधन हो गया। उनकी आयु 59 वर्ष थी। उन्हें कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत हुई। ऋतुराज सिंह कुछ समय से पैंक्रियाटिक रोग से पीड़ित थे। उन्होंने “अनुपमा” नामक धारावाहिक में यशपाल जैसे किरदारों का अभिनय किया था और उनकी एक्टिंग के लिए लोगों के बीच महान प्यार और सम्मान था।
अभिनेता अरशद वारसी ने एक पोस्ट में अपने दुख को व्यक्त किया और कहा, “मुझे यह सुनकर बहुत दुःख हुआ कि ऋतुराज नहीं रहे। हम एक ही बिल्डिंग में रहते थे, वह मेरी पहली फिल्म का हिस्सा थे। एक दोस्त और महान अभिनेता को खो दिया।” ऋतुराज सिंह का निधन कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ था। उन्हें कुछ समय पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था, पैंक्रियाटिक समस्या का इलाज किया गया था, लेकिन फिर उन्हें घर भेज दिया गया था।
उनके निकट से ही एक्टर अमित बेहल ने एक इंटरव्यू में कहा, “ऋतुराज सिंह पिछले कुछ समय से पैंक्रियाटिक रोग से जूझ रहे थे।” पैंक्रियाटिक रोगों में बुद्धिमान भारतीय ने कई लोगों को प्रभावित किया है। यह अग्न्याशय से संबंधित रोग होते हैं, जो पेट के पीछे स्थित अंग को प्रभावित करते हैं। इसमें पैंक्रियाटिक कैंसर भी शामिल है, जो वैश्विक रूप से सबसे घातक कैंसर माना जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए भारतीय समाज में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
ऋतुराज सिंह ने टेलीविजन के अलावा वेब सीरीज़ों और फ़िल्मों में भी अपना कदम रखा था। “बंदिश बंदित्स” और “मेड इन हेवन” जैसी वेब सीरीज़ों में उनका अभिनय लोगों को याद रहेगा। साथ ही, फ़िल्मों में भी उनका प्रस्तुतीकरण देखने को मिला। वे फ़िल्मों में “बद्रीनाथ की दुल्हनिया“, “सत्यमेव जयते 2“, और “यारियां 2” जैसी चर्चित फ़िल्मों में भी नजर आए।
भारत में पैंक्रियाटिक रोगों की जांच और उनका समय पर इलाज कराना महत्वपूर्ण है। ऋतुराज सिंह की मौत से टेलीविजन इंडस्ट्री ने एक अनमोल कलाकार को खो दिया है। उनकी यादें और उनके अद्वितीय अभिनय के माध्यम से वे हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।